चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने लिखा है कि तिब्बत स्वायत्त इलाक़े में शुक्रवार को पहली बार बिजली से संचालित बुलेट ट्रेन की शुरू की गई है. सिचुआन तिब्बत रेलवे तिब्बत के भीतर किंगाची-तिब्बत रेलवे के बाद दूसरा होगा.
नवंबर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तिब्बत में नई रेल परियोजना को लेकर निर्देश दिया था. कहा जा रहा है कि इस नई रेल लाइन की सीमा की सुरक्षा और स्थिरता में बड़ी भूमिका होगी. सिचुआन-तिब्बत रेलवे चेंगदु से शुरू होगा जो या’न होते हुए तिब्बत के कांदो में आएगा. इससे ल्हासा और चेंगदु के बीच की यात्रा 48 घंटे से कम होकर 13 घंटे हो गई है. चीन दावा करता है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 3,488 किलोमीटर की सीमा पर भारत और चीन के बीच विवाद है.
इसका रूट भारत के अरुणाचल प्रदेश से लगा हुआ है. यह रूट 435.5 किलोमीटर का है. सिचुआन-तिब्बत रेलवे के तहत यह आता है. इसका उद्घाटन तब किया गया है जब एक जुलाई को चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रही है.