कंगना रनौत के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में एफआईआर का आदेश

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मुंबई में बांद्रा कोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ एक मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं. बांद्रा कोर्ट में मुन्ना वराली और कास्टिंग डायरेक्टर साहिल अशरफ सैयद ने याचिका दायर की है.

दायर याचिका पर कोर्ट आदेश में कहा गया है कि कंगना रनौत लगातार बॉलीवुड को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं. सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म से लेकर टीवी तक, हर जगह वह बॉलीवुड के खिलाफ बोल रही हैं. वह लगातार बॉलीवुड को नेपोटिज्म और फेवरेटिज्म का अड्डा बता रही हैं.

याचिका में आरोप लगाया गया है कि कंगना ने बॉलीवुड के हिंदू और मुस्लिम कलाकारों के बीच खाई पैदा की है. वह लगातार आपत्तिजनक ट्वीट कर रही हैं जिससे न केवल धार्मिक भावनाएं आहत हुई बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में कई लोग इससे आहत हैं.

बता दें कि कंगना रनौत अक्सर ही अपने ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. अपने ट्वीट के चलते कंगना अक्सर विवादों में रहती हैं. वर्क फ्रंट की बात करें तो कंगना बहुत जल्द आने वाली फिल्म ‘थलाइवी’ में दिखाई देने वाली हैं. ये फिल्म जयललिता की बायोपिक फिल्म है जिसमें कंगना उनके किरदार में दिखाई देने वाली हैं, फिल्म का फर्स्ट लुक रिलीज किया जा चुका है जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया था.

शिकायतकर्ता के मुताबिक, कंगना ने पालघर में हिन्दू साधुओं की हत्या और बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को बाबर सेना कहकर भी उन्होंने भावनाएं भड़काने का काम किया. जमातियों पर देश में कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाकर भी सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. मुन्नावराली ने कंगना के उस ट्वीट का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, “उन लोगों ने मराठा गौरव पर एक भी फिल्म नहीं बनाई. इस्लाम के नियंत्रण वाली इस इंडस्ट्री में मैंने अपनी जिंदगी और करियर खतरे में डाला है. मैंने शिवाजी और लक्ष्मीबाई पर फिल्म बनाई है.” उनके मुताबिक, ऐसे बयान हिन्दू और मुस्लिम कलाकारों के बीच घृणा को बढ़ाने का काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कंगना के बयान का भी याचिकाकर्ता ने उल्लेख किया है.