एक भतीजे को बचाने के लिए ताश के पत्ते की तरह तृणमूल पार्टी को तोड़ दिया गया और आज जो पार्टी छोड़कर बाहर निकल रहे हैं उन्हें गद्दार कहा जा रहा है. वास्तव में पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ही गद्दार है और आज इसका प्रमाण मिल रहा है। कभी तृणमूल के कदावर नेता रहे भाजपा के बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर यह सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने कहा एनडीए एवं यूपीए के साथ होने के बावजूद ममता बनर्जी गठबंधन तोड़ का बाहर आ गयी। गद्दार कौन हुआ। पश्चिम बंगाल के मालदा में गुरुवार सुबह चाय पर चर्चा के दौरान भाजपा के बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह ने कुछ इसी तरह तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर हमला बोला । वे आज सुबह ओल्ड मालदा थाने के मंगलवारी रेल गेट संलग्न इलाके में पार्टी नेताओं के साथ चाय पर चर्चा कार्यक्रम में पहुंचे थे । उनके साथ उत्तर मालदा के भाजपा सांसद खगेन मुर्मू, प्रदेश महासचिव विश्वप्रिय राय चौधरी ,जिला अध्यक्ष गोविंद चंद्र मंडल, ओल्ड मालदा पंचायत समिति के नेता प्रतिपक्ष निताई मंडल समेत अन्य वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। दूसरी ओर भाजपा सांसद अर्जुन सिंह से मिलने व उनकी बातें सुनने काफी संख्या में लोग यहाँ पहुंचे थे। चाय पर चर्चा के दौरान जहां एक और अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की वहीं पुलिस के खिलाफ भी जमकर बरसे। श्री सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी हालही में तृणमूल से भाजपा में आय शुभेंदु अधिकारी को गद्दार कह रही है। लेकिन वे भूल जा रही है कि जब वे एनडीए सरकार में थी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई उनके घर जाकर उनकी मां के पैर छुए थे लेकिन इसके बाद ही वह गठबंधन तोड़ कर बाहर आ गई। अब आप ही बताएं गद्दार कौन है। अर्जुन सिंह ने कहा कि कभी पुलिस गुंडे बदमाश की धरपकड़ करती थी और आज पुलिस सरकारी अमले के गुंडों की सुरक्षा में लगी है। उन्होंने कहा कि गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग के खिलाफ पुलिस अधिकारी की हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं. अभी उसी विमल गुरुंग को पुलिस सुरक्षा प्रदान कर रही है। छत्रधर महतो को कभी माओवादी कहा जाता था और आज उसी छत्रधर महतो को लेकर तृणमूल नेत्री घूमती नजर आ रही है. कामदूनी में सामूहिक बलात्कार की पीड़िता के परिवार को आज तक न्याय नहीं मिला। यहां तक कि वीरभूम में अणुव्रत व उसके साथियों के खिलाफ एक पुलिस अधिकारी की हत्या का मामला चल रहा है। जांच में अब तक कुछ सामने नहीं आया। उन्होंने कहा पुलिस ऑफिसर पर इस तरह के अत्याचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि पुलिस को पार्टी का गुलाम बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि आईपीएस ऑफिसर गौरव दत्त पार्टी की चाकूकाररिता करने को शायर नहीं हुए इसलिए उन्हें वेटिंग में भेज दिया गया, इसके बाद से वे मानसिक अवसाद से जूझने लगे और आखिरकार उन्होंने आत्महत्या कर ली। राज्य पुलिस की फिलहाल यह स्थिति हो गयी है। अर्जुन सिंह ने तृणमूल नेता कुणाल घोष के अचानक हेड लाइन में आने पर भी निशानास साधा। उन्होंने कहा इतने दिनों तक वे चिटफंड कांड के मुख्य सरगना के रूप में तृणमूल नेत्री को दोषी ठहरा रहे थे लेकिन अचानक उन्होंने अपना सूर बदल लिया और आज वे ममता बनर्जी का गुणगान कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा गाय तस्करी के आरोप में अनामुल की गिरफ्तारी के बाद उनकी लाल डायरी से एक -एक कर तस्करों के नाम सामने आ रहे हैं। उनहोंने एक बार फिर जोर देते हुए कहा कि एक भतीजे को बचाने के लिए पूरी तृणमूल पार्टी को ही खत्म कर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाममोर्चा अपने अंतिम समय में जिस तरह लोगों पर अत्याचार कर रहा था आज उसी तरह सत्ताधारी पार्टी लोगों पर अत्याचार ढा रही है। इस मामले में तृणमूल के एक कदम आगे बढ़ने का दावा करते हुए उन्होंने कहा इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा। राज्य की जनता सब कुछ देख रही है यही कारण है कि आज गांव से लेकर शहर तक भाजपा का जयगान हो रहा है.