उत्तर बंग क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण संघ की नौवीं वार्षिक सभा जलपाईगुड़ी के शिक्षक भवन में आयोजित की गई। सम्मेलन का उद्घाटन संगठन के राष्ट्रीय महासचिव चंपक मुखर्जी ने किया। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी करते हुए ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों की पेंशन 1993 से शुरू नहीं कर काफी देर से शुरू । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीति श्रमिक व कर्मचारियों तथा आम लोगों के हितों के खिलाफ है। उन्होंने कहा देश के मुट्ठी भर कॉर्पोरेट परिवारों की संपत्ति तेजी से बढ़ रही है। साथ ही उन्होंने कहा सेवानिवृत्त कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि वे अगली पीढ़ी के कर्मचारियों के संघर्ष में खुद को शामिल करें। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल सईद खान,, श्रमिक नेता जियाउल आलम, ध्रुबज्योति गांगुली, मृणाल रॉय समेत अन्य नेताओं ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। इन वक्ताओं ने कहा कि देश का वर्तमान शासक देश में सभी राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने पर आमादा है। इन लोगों ने कहा कि राष्ट्रीय बैंकों की बिक्री के साथ ही एलआईसी एवं राष्ट्रीय बीमा संस्था के निजीकरण का निर्णय देश की आर्थिक संप्रभुता को खतरे में धकेल देगा। साथ ही इन लोगों ने केंद्र सरकार पर धर्म, जाति और भाषा के आधार पर देश के लोगों में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाते हुए लोगों से इसके खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया।