ईवीएम में कैद हुई 268 उम्मीदवारों की किस्मत, शांतिपूर्वक बीता सातवां चरण

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पश्चिम बंगाल के पांच जिलों में 34 सीटों पर हुए सातवें चरण का मतदान बाकी चुनाव की तुलना में अपेक्षाकृत शांतिपूर्वक तरीके से सोमवार शाम संपन्न हो गया है। सुबह 7:00 बजे मतदान की शुरुआत के साथ ही छिटपुट टकराव की घटनाएं सामने जरूर आईं, लेकिन कोई बड़ी घटना नहीं हुई। शाम 5:00 बजे तक जारी आंकड़े के मुताबिक करीब 89 लाख मतदाताओं में से 75.06 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। अभी डेढ़ घंटे का आंकड़ा आना बाकी है जो मंगलवार शाम तक आएगा। मतदान के मामले में दक्षिण कोलकाता के लोग काफी सुस्त रहे हैं और बाकी जिलों की तुलना में यहां सबसे कम वोटिंग हुई है। दक्षिण कोलकाता, दक्षिण दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद और पश्चिम बर्दवान की 34 सीटों पर 268 उम्मीदवारों की किस्मत को मतदाताओं ने ईवीएम में बंद कर दिया है। शाम 6:30 बजे चुनाव संपन्न होने के बाद सेंट्रल फोर्स की निगरानी में ईवीएम को निकालकर स्ट्रांग रूम तक पहुंचा दिया गया है जहां दो मई तक कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाएगा। दो मई को गिनती होनी है। मतदान के दौरान मुर्शिदाबाद और राजधानी कोलकाता में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जगह-जगह टकराव की खबरें दिन भर आती रहीं। हालांकि पुलिस और सेंट्रल फोर्स को मिलाकर बनाई गई क्विक रिस्पांस टीम सक्रिय रही और हिंसक टकराव को आसानी से टाला जा सका है। अब 29 अप्रैल को आठवें चरण का चुनाव होगा जिसके लिए प्रचार का शोर भी सोमवार को ही थमा है।