अर्नब गोस्वामी ने बेल देने वाले जजों का कहा शुक्रिया, यह भी बोले- मुझे मिस कर रहे होंगे मेरे साथी कैदी

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रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने डिजाइनर अन्वय नाइक सुसाइड केस में जमानत मिलने के बाद फिर से चैनल के डिबेट शो में वापसी की है। उन्होंने रविवार को इस केस में खुद को बेल देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया। साथ ही अपना केस लड़ने के लिए हरीश साल्वे के प्रति भी आभार जताया। अर्नब ने इस दौरान जेल में मिले लोगों को भी याद किया।
अर्नब ने कहा, “मैं दिल की गहराइयों से जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदिरा बनर्जी का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा, क्योंकि आपने मेरे लिए जो किया, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मुझे कोर्ट में असीमित भरोसा है, क्योंकि जब मानवीय सम्मान को ठेस पहुंचाई जा रही थी, तब आपने इसे वापस स्थापित किया, जब मौलिक अधिकारों को उछाला जा रहा था, तब आपने अपनी बुद्धिमानी से इसकी रक्षा की। जब कानून के राज को एक राज्य द्वारा मजाक बनाया जाने लगा, तब आपने इसे ठीक करने के लिए निर्देश जारी किए। मैं आपके सामने सम्मान में सिर झुकाता हूं।”

अर्नब ने तलोजा जेल में बिताए अपने समय को याद करते हुए कहा, “आपको यह अजीब लग सकता है, लेकिन मुझे कभी अकेला नहीं महसूस हुआ। जेल में रखे गए लोगों में भी कई ऐसे थे, जिन्होंने मुझे सालों तक टीवी में देखा है। मैं उनकी टीम का सामाजिक सदस्य बन गया था। मुझे लग रहा है कि वे मुझे आज मिस कर रहे होंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे वापस न बुलाया जाए, पर अगर मैं उनके साथ जाता हूं, तो वे खुश होंगे।”

अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां को आत्महत्या के लिए उकसाने के दो साल पुराने केस में गिरफ्तार किया था. देर शाम अर्नब गोस्वामी की रायगढ़ जिले में अलीबाग की एक अदालत पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत देने से इनकार करते हुए उन्हें राहत के लिए स्थानीय अदालत जाने को कहा था. अर्नब ने बांबे हाई कोर्ट द्वारा जमानत से इनकार किए जाने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.

गौरतलब है कि अर्नब गोस्वामी को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम बेल मिली थी। इससे पहले उन्हें न्यायिक हिरासत में आठ दिन बिताने पड़े थे। टॉप कोर्ट ने अर्णब के केस की सुनवाई के दौरान निजी स्वतंत्रता की अहमियत का हवाला दिया था। साथ ही महाराष्ट्र सरकार को फटकार भी लगाई थी। अर्नब केस को लेकर BJP के कई नेताओं ने रिपब्लिक टीवी के संपादक के अरेस्ट होने पर आपत्ति जताई थी।