अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी से आया भूचाल, भाजपा-शिवसेना आमने-सामने, कांग्रेस ने कही ये बात

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रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने आत्महत्या के एक पुराने मामले में बुधवार को गिरफ्तार किया है। अर्नब की गिरफ्तारी को राजनेताओं ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला और आपातकाल के दिनों की याद कराने वाला बताया है, वहीं, शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है गोस्वामी पर कार्रवाई बदले की भावना से नहीं की गई है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में अर्नब ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निशाने पर लिया है।

क्या कहा शिवसेना ने : शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार कभी बदले की भावना से कार्रवाई नहीं करती, महाराष्ट्र में कानून राज है. पुलिस को जांच में सबूत मिले होंगे तो पुलिस किसी पर भी कार्रवाई कर सकती है. आगे उन्होंने कहा कि उस चैनल ने हम सबके खिलाफ जिस प्रकार का बदनामी का कैंपेन चलाया था, झूठे इल्ज़ाम लगाने का काम किया था. हमने तो ये कहा कि कोई झूठे इल्ज़ाम लगाता है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कानून से बड़ा कोई नहीं है. महाराष्ट्र पुलिस कानून के अनुसार काम करेगी.

अमित शाह ने क्या कहा : गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार करने का काम किया है. रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. यह आपातकाल की याद दिलाने का काम करता है.

जेपी नड्डा ने कहा : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार करके कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार ने अपनी मानसिकता जाहिर की है कि किस तरीके से प्रजातंत्र का गला घोटने का काम किया जाता है. मैं इसकी घोर निंदा करता हूं और यह पत्रकारिता प्रजातंत्र पर भारी चोट है जिसके बारे में भारत की जनता को आगे आना चाहिए. सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में यह “प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है” और “आपातकाल के दिनों” की याद दिलाती है.

कांग्रेस की प्रतिक्रिया : कांग्रेस ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की सरकार एवं भाजपा नेताओं की ओर से निंदा किए जाने पर आरोप लगाया है कि इनका आक्रोश चुनिंदा और शर्मनाक है….पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुइए कहा कि कानून अपना काम करेगा.