पश्चिम बंगाल के कोयलांचल क्षेत्र से से बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी और गैरकानूनी तरीके से इसकी तस्करी के हजारों करोड़ रुपये के अवैध कारोबार में मुख्य सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला से चौथे दिन केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने पूछताछ शुरू कर दी है। सोमवार सुबह 11:30 बजे के करीब मांझी निजाम पैलेस स्थित जांच एजेंसी के दफ्तर में पहुंचा है जहां अधिकारियों की टीम पहले से ही सवालों की सूची लेकर तैयार थी। अधिकारियों ने बताया है कि इसके पहले उससे 30 मार्च से चार अप्रैल के बीच तीन बार पूछताछ हो चुकी है। वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा और कई सारे सवालों का जवाब नहीं दे रहा है। चुकी सुप्रीम कोर्ट ने छह अप्रैल तक उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा कर रखी है इसीलिए सीबीआई उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। सूत्रों ने बताया है कि जांच एजेंसी उसे हिरासत में लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है।
सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किन प्रभावशाली व्यक्तियों से उसका संपर्क था। दावा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी लाला तस्करी से हासिल हुए 900 करोड रुपये बनर्जी को दे चुका है। दूसरी ओर, एक के बाद एक पुलिस अधिकारियों के नाम कोयला घोटाले में सामने आ रहे हैं। बांकुड़ा के सर्किल इंस्पेक्टर अशोक मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब राज्य पुलिस के एक एसडीपीओ को भी तलब किया गया है।
ईडी अशोक मिश्रा को अपनी हिरासत में लेकर जांच को तेज करना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि अशोक मिश्रा कोलकाता में विभिन्न व्यापारियों को बांकुड़ा सर्कल इंस्पेक्टर के रूप में कोयला तस्करी के पैसे भेजते थे। इस दिन इस बारे में भी लाला से भी पूछताछ की जाएगी। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि लाला कारोबार लगभग 2,000 करोड़ रुपये का था। सीबाआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कोयला स्कैम के तार किन-किन से जुड़े हुए हैं। इस मामले में सीबीआई ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी, उनकी साली मेनका गंभीर और उनके रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर चुकी है।